• Fri. Jun 9th, 2023

Be Happy Be Healthy

मार्च में टैक्स प्लानिंग

Table of Content show
धारा 87A, उन मामलों में जहां कर योग्य आय रु 5 लाख तक है, 12500/- रुपये तक की कर छूट प्रदान करता है । अब मान लीजिए कि अगर किसी व्यक्ति (वरिष्ठ नागरिक के अलावा) की 505000/- रुपये की कर योग्य आय है। उस पर आयकर बनता है रु 14040/- (शिक्षा उपकर सहित)। अब, यदि वह व्यक्ति कर बचत के लिए सिर्फ रु 5000/- निवेश करता है तो उनका कर NIL हो जाएगा क्योंकि कर योग्य आय रु 5 लाख पहुँच जाएगी और टैक्स रु 12500/- की उसे पूर्णतः छूट धारा 87A के अंतर्गत मिलेगी। भले ही उसने धारा 80C, 80CCD (1B) और 80D की अधिकतम निवेश सीमा तक निवेश किया हो, फिर भी वह 5000/- रुपये का छोटा दान प्रधानमंत्री / मुख्यमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में दे सकता है। ऐसे दान की सकल आय में से 100% कटौती प्राप्त करके आय को कर मुक्त किया जा सकता है । इस प्रकार कम निवेश और अधिक आयकर बचत संभव है |
to read in english click here https://www.happyhealthysociety.com/taxplanning/

क्या कम निवेश और अधिक आयकर बचत, यानि निवेश राशि से अधिक टैक्स बचाना, संभव है? जैसे कि 5000/- रुपये  का निवेश करें और 14000/- रुपये का टैक्स बचाएं? सब  कहेंगे “नहीं”। लेकिन यह उन मामलों में संभव है जहां कर योग्य आय 5 लाख रुपये से थोड़ी अधिक है। यह रिबेट आयकर अधिनियम की धारा   87 ए से संबंधित प्रावधानों के कारण है। यह मार्च में टैक्स प्लानिंग का अच्छा उपाय है।

धारा 87A, उन मामलों में जहां कर योग्य आय रु 5 लाख तक है, 12500/- रुपये तक की कर छूट प्रदान करता है । अब मान लीजिए कि अगर किसी व्यक्ति (वरिष्ठ नागरिक के अलावा) की  505000/- रुपये की कर योग्य आय है। उस  पर आयकर बनता है रु 14040/- (शिक्षा उपकर सहित)। अब, यदि वह व्यक्ति कर बचत के लिए सिर्फ रु 5000/- निवेश करता है तो उनका कर NIL हो जाएगा क्योंकि कर योग्य आय रु 5 लाख पहुँच जाएगी और टैक्स रु 12500/- की उसे पूर्णतः  छूट  धारा 87A  के अंतर्गत मिलेगी। भले ही उसने धारा  80C, 80CCD (1B) और 80D की अधिकतम निवेश सीमा तक निवेश किया हो, फिर भी वह 5000/- रुपये का छोटा दान प्रधानमंत्री / मुख्यमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में दे सकता है। ऐसे दान की   सकल आय में से 100% कटौती प्राप्त करके आय को कर मुक्त किया जा सकता है । इस  प्रकार कम निवेश और अधिक आयकर बचत संभव है |

इसलिए, मार्च में टैक्स प्लानिंग महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि मार्च में ही सही वार्षिक अनुमानित आय पता लग सकती है| वर्ष के दौरान इस तरह की टैक्स प्लानिंग कर पाना मुश्किल है क्योंकि उस समय सही वार्षिक अनुमानित आय का पता नहीं होता। जबकि मार्च में हमारे पास लगभग सही वार्षिक अनुमानित आय के आंकड़े होते हैं। इसलिए, 31 मार्च तक अपनी संभावित आय की गणना करें और देखें कि क्या इसे 5 लाख रुपये से नीचे लाया जा सकता है। क्योंकि 31 मार्च के बाद आप इस तरीके से टैक्स नहीं बचा पाएंगे और सिर्फ टैक्स देना होगा और यह अफ़सोस रह जाएगा की काश मार्च से पहले ही टैक्स प्लानिंग कर लेते।

Disclaimer: उपरोक्त पोस्ट आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 87A के दायरे और निहितार्थ को साझा करने के लिए तैयार किया गया है। हालांकि इस दस्तावेज़ में त्रुटियों या चूक से बचने के लिए हर संभव प्रयास किया गया है, फिर भी कोई त्रुटि या चूक या कमी हो सकती है इसलिए, यह सूचित किया गया है कि मैं किसी भी तरह से, किसी भी तरह के नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं हूं। उपरोक्त पोस्ट के संबंध में किसी भी तरह की राय या व्याख्या के कारण किसी भी मामले में किसी भी नुकसान या क्षति के लिए मैं भी उत्तरदायी या जिम्मेदार नहीं होऊंगा । इसके विपरीत यह सुझाव दिया जाता है कि किसी भी संदेह से बचने के लिए उपयोगकर्ता को सही कानून और अधिसूचित / राजपत्रित सामग्रियों के साथ सामग्री की जांच करनी चाहिए।